Friday, April 8, 2016

यदि गैर-कश्मीरी छात्रों के साथ कुछ गलत हुआ तो गैर-कश्मीरी राज्य में रहने वालों अलगाववादियों छात्रों तुम भी परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहो : संतोष राय

हिन्दू महासभा(राष्ट्रवादी) के राष्‍ट्रीय संयोजक डॉ संतोष राय ने मीडिया के माध्यम से कहा है की यदि श्रीनगर स्थित NIT के गैर-कश्मीरी छात्रों के साथ यदि दुर्व्यवहार चलता रहा तो गैर-कश्मीर राज्यों में कई अलगाववादी मानसिकता के भी छात्र पढ़ रहे हैं जो की आये दिन भारत विरोधी नारे लगाते रहते है और अब उन्हें भी नहीं बक्शा जाएगा और वे अब परिणाम भुगतने को तैयार रहें !

डॉ संतोष राय ने आरोप लगाते हुए कहा की जम्मू-कश्मीर पुलिस में कई लोग अलगाववादी एवं सांप्रदायिक मानसिकता के हैं और उक्त देशद्रोही पुलिस वालों ने गैर-कश्मीरी छात्रों पर मुकदमा दर्ज किया है क्योंकि गैर-कश्मीरी छात्रों ने देशभक्ति का परिचय देते हुए NIT कैम्पस में अलगाववादी छात्रों का विरोध किया था, जम्मू कश्मीर पुलिस को भारत माता कि जय और वन्देमातरम का नारा देने वाले लोग अपराधी लगते हैं तो गैर-कश्मीर राज्यों में पढने वाले वाले अलगाववादी छात्र हमें आतंकवादी ही लगेंगे, आतंकवादियों और अलगाववादियों को दंड देना अपराध नहीं है और हिन्दू महासभा के कार्यकर्त्ता ऐसे लोगों को पहचान कर कश्मीर में नहीं अपितु पाकिस्तान में धकेल देंगे !

हिन्दू महासभा के राष्‍ट्रीय  संयोजक डॉ संतोष राय ने पीडीपी/भाजपा सरकार की निंदा करते हुए कहा की ये लोग अलगाववादियों के आगे नतमस्तक हो गए हैं और यदि केंद्र की भाजपा सरकार ने JNU में जन्मे अफजल गुरु के मानष पुत्रों का फन कुचल दिया होता तो आज NIT श्रीनगर में पढ़ रहे देशभक्त गैर-कश्मीरी छात्रों के साथ ऐसा अन्याय न होता !

डॉ संतोष राय ने यह भी कहा की अब समय आ गया है की सरकार कश्मीर से धारा 370 को समाप्त करें और भारत सरकार सभी सरकारी, अर्ध सरकारी, निजी क्षेत्र के कर्मचारियों एवं सरकारी,अर्ध सरकारी, निजी विद्यालयों या महाविद्यालयों में पढने वाले छात्रों से शपथ पत्र ले की में भारत की एकता एवं अखंडता को बनाये रखूँगा, भारत की संस्कृति का सम्मान करूँगा, राष्ट्र के सम्मान को ठेस नही पंहुचाउगा और राष्ट्र समर्थक नारे भारत माता की जय एवं वन्देमातरम भी कहूँगा और जो शपथ पत्र का उल्लंघन करे तो उन्हें पदमुक्त किया जाय और देशद्रोही छात्रों को बाहर का रास्ता दिखाया जाय ! डॉ राय ने यह भी कहा की कई राष्ट्रों में “देशभक्ति कानून”(Patriotic Law) हैं और वे लोग उसी के तहत राष्ट्र की सुरक्षा हेतु कार्यवाही भी करते हैं !

No comments:

Post a Comment